Integrated Power Development Scheme IPDS in Hindi - IPDS/R-APDRP
August 13, 2022
Integrated Power Development Scheme (IPDS) in Hindi - IPDS/R-APDRP
भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा 3 दिसंबर 2014 को "एकीकृत विद्युत विकास योजना" (आईपीडीएस) शुरू की गई। यह विद्युत मंत्रालय की एक प्रमुख योजना है। यह परियोजना भारत सरकार की शहरी वितरण योजना में परिकल्पित सरकार की 'गो ग्रीन' पहल को और पुष्ट करती है।एकीकृत विद्युत विकास योजना
लॉन्च का वर्ष | 2014 |
संबंधित मंत्रालय | बिजली मंत्रालय |
आईपीडीएस का उद्देश्य | पावर ट्रांसमिशन और सबमिशन नेटवर्क को बढ़ाने और मजबूत करने के लिए |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.ipds.gov.in/ |
आईपीडीएस के मुख्य घटक (एकीकृत विद्युत विकास योजना)
- शहरी क्षेत्रों में उप-पारेषण और वितरण नेटवर्क का सुदृढ़ीकरण;
- शहरी क्षेत्रों में सब-ट्रांसमिशन और वितरण नेटवर्क को मजबूत करना।
- शहरी क्षेत्रों में वितरण ट्रांसफार्मर/फीडर/उपभोक्ताओं की मीटरिंग।
- आर-एपीडीआरपी के तहत बिजली वितरण क्षेत्र को मजबूत किया जाएगा।
- बिजली वितरण क्षेत्र को आईटी सक्षम बनाया जाएगा।
- आईपीडीएस में एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) और शेष शहरी कस्बों के आईटी सक्षमता की योजनाएं भी शामिल हैं।
योजना का महत्व (Significance of the Integrated Power Development scheme)
यह योजना एटी एंड सी घाटे को कम करने में मदद करेगी; आईटी सक्षम ऊर्जा लेखा/लेखा परीक्षा प्रणाली की स्थापना, मीटर खपत के आधार पर बिल ऊर्जा में सुधार और संग्रह दक्षता में सुधार करेगी। एकीकृत विद्युत विकास योजना का कुल परिव्यय रु. 32612 करोड़ है। यह योजना राज्यों की अतिरिक्त मांग को शामिल करने के लिए अंडरग्राउंड केबलिंग की अनुमति देती हैआर-एपीडीआरपी (Restructured Accelerated Power Development and Reforms Programme in Hindi (R-APDRP)
विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार ने जुलाई 2008 में पुनर्गठित त्वरित विद्युत विकास और सुधार कार्यक्रम (आर-एपीडीआरपी) शुरू किया है, जिसमें बेस लाइन डेटा की स्थापना, जवाबदेही का निर्धारण, सुदृढ़ीकरण और ग्यारहवीं योजना के दौरान उप पारेषण और वितरण नेटवर्क का उन्नयन और सूचना प्रौद्योगिकी को अपनाना। योजना के तहत परियोजनाओं को दो भागों में लिया जाएगा।भाग-ए
भाग-ए में बेसलाइन डेटा की स्थापना और ऊर्जा लेखांकन/लेखा परीक्षा और आईटी आधारित उपभोक्ता सेवा केंद्रों के लिए आईटी अनुप्रयोगों के लिए परियोजनाएं शामिल होंगी।भाग-बी
भाग-बी में नियमित वितरण सुदृढ़ीकरण परियोजनाएं शामिल होंगी और इसमें प्रणाली में सुधार, सुदृढ़ीकरण और वृद्धि आदि शामिल होंगे।पीएफसी (Power Finance Corporation) को कार्यक्रम के संचालन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है और आर-एपीडीआरपी के तहत एकल खिड़की सेवा के रूप में कार्य करेगा। नोडल एजेंसी के रूप में पीएफ़सी को आरएपीडीआरपी संचालन समिति द्वारा तय किए जाने वाले मानदंडों के अनुसार कार्यक्रम के कार्यान्वयन में शुल्क के साथ-साथ व्यय की प्रतिपूर्ति भी प्राप्त होगी।